my Poetry

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जंग
कफन का बाजार जिसने बनाया है




जंग

कफन का बाजार जिसने बनाया है
 नफरत को दिलों में बसाया है
 खून से सीचा जिस बेटे को लहू में लथपथ उसे पाया है
 जिगरी मां को इस जंग ने रुलाया है
हाथों में मेहंदी ना सुखी जिसकी
उसके हमसफर को इस जंग ने बुलाया है
 राखी का धागा लिय बेठि है बहना
उसके भाई को इस जंगने जलाया है
छोटा सा फरिश्ता इस दुनिया में झांकता है
 उसके बाप को इस जग ने माराया है
 खोया है उसने भी खोया है हमने भी
 इस जंग ने सब से छीन के अपना आशियाना बनाया है
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हमसफर

तू कह दे तो नजर आए 
मेरी आंखों का पानी तेरी आंखों से बह जाए
 मैं तुमसे इश्क करता हूं जिल्लत सह नहीं सकता
 तू मेरा चांद है ऐसा जिसकी रोशनी हूं मैं 
कोई कह दे अगर तुम से 
रोशनी  रूठ जाएगी
 तो नफरत का दिया जिंदगी में जलाना ना
 कब्र तेरी कफन मेरा
 जान तेरी रूह मेरी
 यह काफिला हम बनाएंगे
 तेरे नफरत के समुंदर में चाहत का सागर बहाएंगे


best heart touching lines

lovely Sayari

best hearty lines

Pyari sayari

Gajal lines

        thanks for visit

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